राम नाम सुखदाई
टेर
राम नाम सुखदाई, भजन करो भाई, यह मेला दो दिन का
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यह तन है जंगल की लकड़ी, आग लगे जल जाइ, भजन करो भाई। .. || १ ||
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यह तन है कागज़ की पुड़िया, हवा लगे उड़ जाई, भजन करो भाई। .. || २ ||
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यह तन है फूलो का बगीचा, धुप पड़े मुरझाई, भजन करो भाई। .. || ३ ||
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यह तन है माटी का ढेला, बूँद पड़े गाल जाई, भजन करो भाई। .. || ४ ||
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यह तन है भूतों की हवेली, मार पड़े भागजाई, भजन करो भाई। .. || ५ ||
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यह तन है सपनो की माया, आँख खुले कछु नाही, भजन करो भाई। .. || ६ ||