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ओ तो छिलरियो घड़ी पालक रो

टेर

ओ तो छिलरियो घड़ी पालक रो, कर दे समंदर वा डेडरिया
तज दे छिलरिया री आस

  • कागा बुगला सर्प बिलारा करे तुम्हारी सांसा
    डेडरिया तज दे छिलरिया की आसा || १ ||

  • डरु डरु बोले थब थब कूदे, मन में गणा हुलासा
    सुन्दर काया थारी राख बणेला, ऊपर ऊगे थारे घासा || २ ||

  • बुगलो से डरना, हंसो का संग करणा, रेहना गुरूजी के पास
    इन रे छिलरिया में दुखडो घणेरो, भागे भाव की त्रासा डेडरिया || ३ ||

  • नित रो जनमणो, नित रो मरणो, नित रा करे घर वासा
    नाथ विवेक तम दुःख नाशे, करो हिरदे प्रकासा || ४ ||