कूदे यमुना में कन्हैया
टेर
कूदे यमुना में कन्हैया, ले के मुरली -२
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कूद पड़े बनवारी जल में ग्वाले ठाड़े रोवे -२
कुछ तो ग्वाले घर को भागे यशोदा जाय पुकारे
जल में कूद गया तेरो लालो ले के मुरली || १ || -
रोवत रोवत यशोदा मैया यमुना के तट पर आई
मुझे छोड़ कर कहाँ चले हो वारे कृष्ण कन्हाई
ठाड़ी रोवे तेरी मैया लेके मुरली || २ || -
कृष्ण गए पाताल लोक में वहां पर नागिन पाई
सोया नाग जगा देरी नागिन बोले कृष्ण कन्हाई
गेंद दे दे री नागिनियाँ लेके मुरली || ३ || -
इतनी सुनकर के नागिन ने नाग को लिया जगाय
कालो पद गया कृष्ण कन्हाई लेके मुरली || ४ || -
माया माया करके प्रभु ने अपनों बदन पसारो
चरण पकड़कर नागिन रोवे छोड़ दे पति हमारा
तब से हो गया नाच नचैया लेके मु रली || ५ ||