मुझे ऐसा वर दे दो
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मुझे ऐसा वर दे दो, गुणगान करू तेरा -२
इस बालक के सर पर गुरुवर, तुम हाथ धरो अपना
सेवा नित तेरी करू तेरे द्वार पे आऊं मैं -
चरणों की धुल को नित शीप लगाऊं मैं - २
चरणामृत पाकर के नित कर्म करूं मेरा
नित भजन करूँ तेरा -२ इस बालक। .....
मुझे ऐसा वर। ....... इस बालक। ...... -
भक्ति और शांति दो आसान को दूर करो व्यक्ति
अरदास करूँ मैं गुरुवर अभिमान को चूर करो -२ -
नहीं द्वेष रहे मैं में, गुरु वास रहे तेरा इस बालक। ….
मुझे वर दे दो, गुणगान करू तेरा इस बालक। …. -
विशवास है ये मन में गुरु साथ में हो मेरे
तेरे ध्यान में सोऊँ मैं सपनो में रहो मेरे -२ -
चरणों से लिपट जाऊँ, गुरु ख्याल करो मेरा इस बालक। …
मुझे ऐसा वर दे दो। … इस बालक। ..... -
मेरे यश और कीरति को गुरु मुझसे दूर रखो
इस मंदिर में तुम भक्ति भरपूर भरो -२ -
नित ज्योति जगे तेरी, नित ध्यान धरूँ तेरा
नित भजन करूँ तेरा नित दर्श करूँ तेरा नित आशीष पाऊं मैं इस बालक। …. मुझे ऐसा वर दे दो। .. इस बालक। …