हरी ॐ शिव ॐ शिव रट रे
टेर
हरी ॐ शिव ॐ शिव रट रे,
थारा करियोडा पाप जावे कठे रे
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राणाजी ने जुल्म किया था, मीरा को जहर दिया था
प्रभु अमृत बणायो झटपट रे, थारा करियोडा पाप जावे कठे रे || १ || -
रावण ने जुलम किया था, सीता का हरण किया था
प्रभु लंका जलाई झटपट रे, थारा करियोडा पाप जावे कठे रे || २ || -
दुर्योधन ने जुलम किया था, द्रौपदी का चीर हरा था
प्रभु चीयर बढ़ायो झटपट रे, थारा करियोडा पाप जावे कठे रे || ३ || -
हिरणाकुश ने जुलम किया था, प्रह्लाद को कष्ट दिया था
प्रभु स्वयं फाड़ आए झटपट रे, थारा करियोडा पाप जावे कठे रे || ५ || -
प्रभु सूरदास जस गावे चरणों में शीश नवावे
म्हारो बेड़ो पार लगावो झटपट रे, थारा करियोडा पाप जावे कठे रे || ६ ||