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म्हारो विघ्न हरो महाराज

टेर

म्हारो विघ्न हरो महाराज गजानंद गौरी के नंदा

  • पिता तुम्हारे है शिव शंकर मस्तक पर चंदा
    माता तुम्हारी पार्वती है ध्यावे जगत का बाँदा || १ ||

  • मूषक वाहन ढूंढ - धुंधला फरसा हाथ लीन्हा
    गल वैजन्ती माल विराजे चढ़े पुष्प गंधा || २ ||

  • जो नर तुमको नहीं सुमरता उसका भाग है मंदा
    जो नर थारी करे सेवना चले रिजक धंधा || ३ ||

  • विघ्न हरण मंगल कारण विद्या वर देता
    कहता भगत भजन से कटे जाल का फंदा || ४ ||