गजानंद जी तेरा इंतजार है
टेर
भजनो की बहार है भगतो की पुकार है आओ मेरे गजानंद जी तेरा इंतजार है
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भजनो की बहार है मांगो माँ सरस चतुर्थी जनम तिथि ये पाई है,
तीन लोक के तीस देवता नभ में करे बढाई रे |
लम्बोदर गण गजानंद महाराज रे पहले पूजा करो में इनकी तो हो सब बिगड़े काम जी,
आओ मेरे गजानंद जी तेरा इंतजार है भजनो की बहार है भगतो की पुकार है || १ || -
मस्तक पर सिन्दूर विराजे गले फूलों री माला जी,
लडुवन का तो भोग लगत है ऊपर ओडन साला जी,
रिद्धि सिद्धि दोय चवण ढुलावे भक्त करे जे कार जी,
माता पार्वती आरती उतारे कण जोने नन्द कुमार जी || २ ||