हिंगलाज रानी मारे आंगन िये पधारजो
हिंगलाज रानी मारे आंगनिये पधारजो
जगदम्बा रानी मारे आंगनिये पधारजो
किंकु रा पगल्या, मंदावजो, केसर रा पगल्या मडावजो
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हिंगलाज रानी रे माथे पे मुकुट सोहे
तो टीको लगावैं बेगा आवजो || १ || -
हिंगलाज रानी रे कानो में कुण्डल सोहे
तो झुमका पेरन ने बेगा आवजो || २ || -
हिंगलाज रानी रे ललाट टिकी सोहे
तो सुरमो लगावैं बेगा आवजो || ३ || -
हिंगलाज रानी रे गले में तेवटो सोहे
तो नेकलिस पेरन ने बेगा आवजो || ४ || -
हिंगलाज रानी रे हाथो में मेहंदी सो हे
तो हाथ फूल पेरन ने बेगा आवजो || ५ || -
हिंगलाज रानी रे कमर कंदोरो सोहे
तो छल्लो लगावन बेगा आवजो || ६ || -
हिंगलाज रानी रे पावों में पायल सोहे
बिछिया पेरन ने बेगा आवजो || ७ || -
हिंगलाज रानी रे घेर घुमारो घागरो
तो चूंदड़ ओढ़ण ने बेगा आवजो || ८ || -
हिंगलाज रानी रे चढेवे चढ़ावे चूरमो
तो भोग लगावण बेगा आवजो || ९ || -
हिंगलाज रानी महिला मंडल री विनती
दर्शन देवन ने बेगा आवजो || १० ||