सावरिया अरज मीरा री सुणले
सावरिया अरज मीरा री सुणले
गिरधारी अरज मीरा री सुणले
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मै नुगरी मारो सावरो है सुगरो, तो अवगुण वाळो कोपरे सावरिया |
अरज मीरा री सुणले है सुगरो, तो गिरधारी वाळो कोपरे सावरिया || १ || -
विष रा प्याला राणाजी भेजिया, तो नित चरणामृत रो पण रे सावरिया |
अरज मीरा री सुणले है सुगरो, तो गिरधारी वाळो कोपरे सावरिया || २ || -
तारण वालो मारो श्याम धणी है तो मारण वालो कुण रे |
सावरिया। … अरज। … || ३ || -
व्याकुल भयो मारो आज साँवरियो तो लकड़ी रे सुणो लागी रे |
सावरिया। … अरज। … || ४ || -
जल बिना तो मछली जी तड़पे तो वैसा ही मारो मन रे सावरिया |
अरज मीरा री सुणले है सुगरो, तो गिरधारी वाळो कोपरे सावरिया || ६ || -
नगर बणावु ने डगर बणावु रे मन में तो मारे ऐसी जी आवे तो जाय बसो मधुबन में सावरिया |
अरज मीरा री सुणले है सुगर ो, तो गिरधारी वाळो कोपरे सावरिया || ७ || -
राम सभा में बैठो मारो सावरो तो तन मन लेउ अवार सावरिया |
अरज मीरा री सुणले है सुगरो, तो गिरधारी वाळो कोपरे सावरिया || ८ || -
बाई मीरा री अरज विनती तो चित चरणा रे माय सावरिया |
अरज मीरा री सुणले है सुगरो, तो गिरधारी वाळो कोपरे सावरिया || ९ ||