घुंघरू छम छमा छम बाजे रे
टेर
घुंघरू छम छमा छम बाजे रे
निज मंदिर रे मायने आ मीरा नाचे रे
-
मीरा गढ़ सु उतरी रे राणा जी पकड्यो हाथ
हाथ थे मारो छोड़ दो राणा मुख सु करलो बात || १ || -
मीरा नाचे मेड़ते में सखियाँ मंदिर माय
मीरा बजावे घूघरा ने सखियाँ बजावे ताल || २ || -
विष रो प्यालो राणा जी भेज्यो दिया मीरा ने जाय
कर चरणामृत पी गई रे सहाय करि रघुनाथ || ३ || -
सर्प पिटारा राणो जी भेज्यो दीजो मीरा ने जाय
पकड़ गला में पेरियो रे बन गया नवलाख हार || ४ || -
बाई मीरा ऋ विनती थे सुणजो सिरजनहार
शरण आयो ऋ लज्जा राखजो चारभुजा रा नाथ || ५ ||