भजना सु लागे मीरा
टेर
भजना सु लागे मीरा मीठी ओ मेवाड़ी राणा भजना सु लागे मीठी
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थे तो सांवरिया माने अडसा सा लागो जाणे अंगुली या अंगूठी हो मेवाड़ी राणा || १ ||
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कुञ्ज गली में माने मिल गयो सांवरियो किन विध फिरू में अंगूठी ओ मेवाड़ी राणा || २ ||
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के तो ऐ मीरा थारो श्याम मिलादे, बतादे नहीं तो आ भक्ति थारी जूठी हो मेवाड़ी राणा || ३ ||
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मारो तो श्याम राणाजी गट में बसत है, थारा हिया की क्या फूटी ओ मेवाड़ी राणा || ४ ||
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काड कटारी राणाजी मारन लाग्यो, मेला मेला मीरा दिखी ओ मेवाड़ी राणा || ५ ||
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सास ननद मारी देराणी जेठाणी, जल जल होइ अंगूठी ओ मेवाड़ी राणा || ६ ||
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बाई मीरा के प्रभु गिरधर नागर, चढ़ गया रंग मजीठी ओ मेवाड़ी राणा || ७ ||