रुणिचे रा धणिया
टेर
रुणिचे रा धणिया द्वारका रा नाथ ओ सुगना रा वीर बाबा मैणादे रा लाल
-
थाने बीकाणो ध्यावे बाबाजी थाने जोधाणो ध्यावे
थाने पुरो मारवाड़ गुजरात बाबाजी थारा ही गुण गावे
चारो खान गूंजे बाबा थारी जय जय कार
हो सुगणा। … || १ || -
दी अँधियाँ ने आंखियाँ, कोडिया रो कोड मिटायो है
और जात पात रो भेद रामसा पीर मिटायो है
बाबा थारी महिमा रो पायो नहीं पार है
हो सुगणा। … || २ || -
थाने निर्धन ध्यावे है तो मालामाल कमावे है
और रोगी ध्यावे है तो बाबो रोग मिटावे है
सखी मंडल थारी चरणा री द ास है
हो सुगना। …. || ३ ||