हाथ जोड़ कर अरज करुँ
हाथ जोड़ कर अरज करूँ मैं आयो थारे बारणे
दुनिया माने मोसा बोले एक टाबरिया रे कारणे
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अजमल केवे सुण रे सांवरा इतरो मत बणरे मूंजी
एक टाबरियो मन देवे तो नहीं रे घटे थारी पूँजी
नहीं रे देवेला विघ्न करुला आयो घर सु धार ने दुनिया || १ || -
पंडो बोलियो सुणो ठाकरा मूरत से थे काई लड़ो
सावरिया सु मिलणो वे तो सागरिया में कूद पड़ो
इन रे सागर में पीपाजी ने मिलिया चार भुजा है धार ने दुनिया || २ || -
इतरी बात सूड़ी अजमलजी सागरिया में कूद पड़िया
सोने रा तो महल देखिया हीरा पन्ना खूब जड़िया
आय सावरा दर्शन दिया, माथा रे पट्टी बांध ने दुनिया || ३ || -
सम्वत बासठ नो मास भादवो नयो चाँद जद उगेला
सुण रे अजमल थारे पालणे दो दो टाबर झुलेला
पानी रो तो दूध बडेला कुमकुम रा पगलिया आंगणे दुनिया || ४ || -
अजमल घर अवतार लियो है द्वारका रो नाथ जी
संत मंडली चरना में बाबा धरो शीश पर हाथ जी
वेगा आईजो वचन निभाइजो रतन दर्शन कारणे दुनिया || ५ ||