बालासा मारा कीर्तन में आओजी
टेर
बालासा मारा कीर्तन में आओजी
एक बार थे आ जाओ मैं भोग लगावा जी
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चरणों की धुल इस बार पावाजी
श्री राम के प्यारे अवसर से तर जावा जी || १ || -
थे ढोल नगाड़ा शंख वजावा जी
संकट सारा काटो थारी रात जगावा जी || २ || -
चरणा में थारे वारि वारि जावाजी एक बार थे आ जाओ
थारी आरती गांवा जी || ३ || -
सियाराम जी से म्हाने मिलाय दो जी
भक्तां के संग मिलकर नाचा और गावाजी || ४ ||