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कोन जी मेलाई छला साडी

टेर

कोन जी मेलाई छला साड़ी के वारि मोरा कृष्ण मुरारी

  • साडी तो ले कानजी राधा जी ने सुपी राधा जी सराई छला साड़ी
    के वारे मोरा कृष्ण मुरारी कोन जी मोलाई || १ ||

  • साड़ी तो पैर राधा रसोड़े में पधारी सासु जी सराई छला साडी के वारि
    मेरा कृष्ण मुरारी आ साडी राधा रसोड़े मत पेरो
    पेरो होली दीवाली के वारे मोरा कृष्ण मुरारी || २ ||

  • इतरो क्योने राधा खोली दिवि साडी, साडी तो खोल राधा पेटी ऊपर रखड़ी
    कोन जी चुराई छला साडी के वारि मोरा कृष्ण मुरारी || ३ ||

  • साडी तो काना गुजरी ने दीनी गुजरी सराई छला साडी के वारे मोरा कृष्ण मुरारी
    आ साडी गुजर दीं में मत पेरो, पेरो रात अंधारी के वारि मोरा कृष्ण मुरारी || ४ ||

  • साडी तो पैर गुजरी मैडो बेचन चाली सामा मिल्या राधा
    प्यारी के वारे मोरा कृष्ण मुरारी || ५ ||

  • आ साडी गुजर कढ़ा सु थे लाइ
    काई थारे मायरा में आई के वारि मारा कृष्ण मुरारी || ६ ||

  • कोई ओ गुजर जी थाने बेन घर ओढ़ाई
    काई थारे मुसड़ाये आई के वारे मोरा कृष्ण मुरारी || ७ ||

  • नहीं ओ राधाजी माने बेन घरे माने तो किया पटरानी
    के वारे मोरा कृष्ण मुरारी || ८ ||

  • इतरो कयो ने राधा खास लिवि साड़ी
    गुजरी ने कर दी उगाडी के वारे मोरा कृष्ण मुरारी || ९ ||

  • डांडिया में ऊबा कान जी मुस्कावे हाचि कर ओ
    राधा प्यारी के वारी मारो कृष्ण मुरारी || १० ||