गढ़ कोकुल सु आई रे गुजरी
गढ़ गोकुल सु आई रे गुजरी कोन जी ने टलो दे गई रे
के वारि जाऊ कान जी ने टालो दे गई रे
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रोवता ने रीकता गरे बदारिया ढाले डोलयो ने पड़े गया बाहर सु माताजी आया आज मारे कानूड़ा के काई होयो के वारि जाओ आज मारे लाला रे माई होयो थे ई ओ काना यशोदा रा लाला गुजरी ने ढंग ने ले आओ के वारे के वारि जाऊ
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मात जशोदा रो पेर गागरो बेन सुबदा री चुन्दड़िया के वारे जाऊ बेन सुबदा ऋ चुन्दड़िया छोटोड़ी भुजाइ रो कब्जो पेरिया मोटोड़ी भुजाइ री नेवरिया के वारि जाऊ
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न्यूई तो गावणिया वीरा धरम करो वीरो घर तो गुजरी रो बताओनी हा रे के घर तो गुजरी बता दे रे ऊंची जी मेढ़ी उधर झरोखा वो घर बाई गुजर रो के वारे के वारि जाऊ वो घर बाई गुजर रो उठो बाई गुजर
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आडो खोलो बेनो ए बेनो मिल ले सो के हो रे के वारि जाऊ बेनो ए बेनो तू मिल ले सो। ना काके ऋ ना बाबे ऋ बेन कटे सु आई रे हो रे के बेन कटे सु आई रे थे पारडियो जड़ में जनमिया हां रे के वारि जाऊ थे परडि या जद में जनमिया। बेनो ए बेनो