आया कार्तिक मास नारायण बोलो हरे हरे
टेर
सावन तुलसा जन्म हुआ है भादो दो दो पान
क्वार में तुलसा हुई सयानी , कार्तिक में हुआ है ब्याह
नारायण बोलो हरे हरे सब मिलकर
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कुंवर कन्हैया दूल्हा बने हैं ,दुल्हन तुलसा माय,
ग्वाल बाल सब बने बराती, हो रही जय जयकार। || १ || -
थाल सजाकर परछन करने चली यशोदा माय
लडुआ पेड़े बटे मिठाई लूट रहे नर नार || २ || -
वृंदावन में बटे बधाई गायें मंगलाचार,
राधे रानी रूठ गई ,मनावत कृष्ण मुरार । || ३ || -
राधे रानी तुम्हें बताएं, है मन की एक बात,
भक्तजन तुम्हें पुकारे रटते राधेश्याम || ४ ||