एक समय श्री राधिका
एक समय श्री राधिका ओ मन में कियो है विचार
मन में कियो है विचार चाला आपा नन्द जी रे गाँव
जय जय कृष्ण हरि
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पेंट सूट सब पेहरिया ओ सब ब्रज री है नार
सब ब्रिज री है नार, सर पर ओढ़ियो है टोप || १ || -
एक एक बन्दूक लिवि है सब ब्रज री है नार
सब ब्रज री है नार कड़िया में टांकी है कतार
राधा जी तो डंडो लियो हाथ || २ || -
सब सखियाँ फ़ौज बानी बानी थानेदार
राधा बानी थानेदार साजियो है सारो हथियार || ३ || -
सब सखियाँ पैदल चाले है राधा घोड़े असवार
राधा घोड़े असवार घेरियो है नन्द जी रो गाँव || ४ || -
भीतर से बाहर आ गया है बाबा नन्द जी नार
बाबा नन्द जी ऋ नार किस विध घेरिया मारो गाँव || ५ || -
माखन खायो ने माता फोडिया है मैया थारो नंदलाल
मैया थारो नंदलाल पकड़वाने आयो थानेदार || ६ || -
बाहर से भीतर गया है बाबा नन्द जी री नार
बाबा नन्द जी री नार कानुड़ा ने रह्या समझाय || ७ || -
में थाने काना बरजियो रे काना बायर मति जाय
लाला बायर मति जाय पकड़वाने आयो थानेदार || ८ || -
बहुत सारी फ़ौज लायो रे साथे आयो थानेदार
साथे आयो थानेदार ठाणे तो करेला गिरफ्तार || ९ || -
गोला पेचुटी सब टल गया रे धूजे नन्द जी री नार
धूजे यशोदा ए माय काना ने करेला गिरफ्तार || १० || -
हंसकर कन्हैया यू बोलियों है सुन यशोद ा ऐ मांय
सुन भोली ऐ मांय कई तो करेला थानेदार || ११ || -
हठ कर कानो बायर आ गया है बाबा नन्द जी रो लाल
माता यशोदा रो लाल राधाजी ने लीवी है पहचान || १२ || -
कृष्ण कन्हैया सुन राधा ऐ नार
सुण अलबेली ऐ नार खूब सजियो है सिणगार || १३ || -
जादू भरी थारी बांसुरी रे कानो तेरो जाय
कानो टेरो टेरो जाय राधाजी तो पड़ गया चरणा रे माय || १४ || -
यह लीला है थारे लाल री रे गावे नर नार
गावे सब नर नार अमर बैकुंठा में जाय || १५ ||